मधुपुर में खाद्य सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति, कोई मानक ही नहीं
MDHUPUR FOOD SAFETY: मधुपुर में खाद्य सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति हो रहा है, कोई मानक ही नहीं है। शहर में अधिकतर खाने पिने की दुकानों में मानक को ताक में रखकर धड़ल्ले से मिलावटी सामग्री का उपयोग किया जा रहा हैं। वही मिलावटी सामान धड़ल्ले से बाजार में बिक भी रहा है। खुला सामग्री में ग्राहकों को न ही कोई बिल दिया जाता है न ही कोई सुरक्षा गारंटी। इस से लाखों का GST का भी चुना सरकार को लग रहा है। फुटपाथ एवं खुले में सामान बेचने वाला कई दुकानदारों के पास विपणन का पंजीकरण भी नहीं है। ठेला खोमचा पर सामान बेचने वाला दुकानदार साफ सफाई एवं अन्य फुट सेफ्टी का कोई पालन नहीं करता है। आखिर आम जनता को सरकार क्या सुविधा दे रही है। विभाग इस पर क्या कर रही है ? न ही दुकानदारों को जागरूक, न ही किसी प्रकार का कोई प्रशिक्षण देकर दुकानदारों को सुरक्षा की जानकारी दे रही है। प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करने की जरुरत है। राज्य में सरकार आम लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल के नाम पर करोड़ों खर्च कर रही है, बावजूद शहर में व्यवस्था ढाक के तीन पात है।