"मधुपुर सौ साल बेमिसाल" बीते सौ साल के इतिहास को कलमबद्ध और फिल्मांकन की तैयारी
बीते सौ वर्षों में कैसा था मधुपुर, इस पर इतिहास के पन्नों के आधार पर बनेंगे डॉक्यूमेंट्री। आने वाली पीढ़ी जान पाएंगे कैसा था अपना मधुपुर और यहां का धरोहर।
Madhupur News: स्थानीय बावनबीघा स्थित जुड़ाव परिसर में मधुपुर सौ साल बेमिसाल समारोह सफलतापूर्वक मानने को लेकर समाजकर्मी घनश्याम की अध्यक्षता में बैठक की गई।
बैठक में वर्ष 2025 में मधुपुर नगर का सौ साल पूरा होने पर मधुपुर के इतिहास, कला संस्कृति, खेलकूद, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, युवाओं का योगदान, आधी आबादी का योगदान आदि का दस्तावेजीकरण एवं 2अक्टूबर से 8अक्टूबर तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजन को लेकर विचार विमर्श किया गया। आयोजन समिति की कोर कमेटी का गठन किया गया।
कार्यक्रम में नागरिक सम्मान सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन मुशायरा, फिल्म शो, हस्तकला, चित्रकला प्रतियोगिता व प्रदर्शनी, पदयात्रा, नगरपालिका परिसर में गांधी प्रतिमा की स्थापना गांधी संग्रहालय का लोकार्पण एवं सहभोज आदि कार्यक्रम आयोजन को लेकर चर्चा की गई। इसके लिए अन्य इच्छुक लोगों को जोड़ने पर सहमति बनी। आगामी 10 नवंबर 2024 को लिटिल विंग्स किड्स स्कूल सीताराम डालमिया रोड में अगली बैठक का निर्णय लिया गया।
आयोजन की तैयारी के लिए संपर्क, सोशल मीडिया, फाइनेंस, दस्तावेजीकरण, सांस्कृतिक कमेटी, खेलकूद, डॉक्यूमेंट्री निर्माण, सम्मेलन कमेटी का गठन किया गया।
मौके पर झारखंड बंगाली समाज के अध्यक्ष विद्रोह मित्रा, महेंद्र घोष, डॉ सुमन लता, पंकज पीयूष, अबरार ताबिन्दा, भोला भाई पटेल, सुमंत गुटगुटिया, इतिहासकार उमेश कुमार, सरोज शर्मा, धनंजय प्रसाद, मो.एजाज अहमद, मोहम्मद अलाउद्दीन अंसारी, मोहम्मद लुकमान अंसारी, डॉ कैलाश प्रसाद, प्रदीप राज, चंदन, मोहम्मद सैफ, अनूप आदि उपस्थित थे।