क्या है M Pox ? सावधानी और रोकथाम की पूरी जानकारी!
Health News: एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है, जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की एक प्रजाति है. एमपॉक्स को पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था. इस वायरस की पहचान पहली बार 1958 में की गई थी. उस समय बंदरों में इस बीमारी का प्रकोप काफी ज्यादा बढ़ गया था. Mpox वायरस का संबंध चेचक, काउपॉक्स, वैक्सीनिया जैसी बीमारियों से है. यह वायरस उसी ऑर्थोपॉक्स वायरस के परिवार से है जिसमें बाकी सभी पॉक्स वायरस हैं. एमपॉक्स वायरस बंदरों में फैलने वाला एक संक्रमण है, इसीलिए इसे मंकीपॉक्स वायरस कहा जा रहा है. संक्रमित जानवर के संपर्क में आने से यह वायरस इंसानों में भी फैलता है.
ये लोग रहें बेफ्रिक
हाल ही में सामने आई मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, जिन लोगों को छोटी चेचक या चिकनपॉक्स हो चुका है या इससे संबंधित टीका (वैक्सीन) लग चुका है, उनमें इस बीमारी के होने का खतरा ना के बराबर है.
मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण
मंकीपॉक्स वायरस के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान और त्वचा पर दाने या फुंसियां शामिल हो सकते हैं. यह वायरस आमतौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संपर्क के माध्यम से फैलता है, जैसे कि संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क, या संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों के संपर्क में आने से. इस वायरस के लक्षण 2 से 4 हफ्तों तक रहते हैं. बच्चों, प्रेग्नेंट महिलाओं और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में इस संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है.
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भारत के लिए क्या है सलाह?
वैसे तो भारत में अभी तक इस वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन जरूरी है कि लोग अपना ख्याल रखें और इम्यूनिटी को मजबूत करने पर ध्यान दें. वहीं, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को इस समय अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है.